काठी रोल भारतीयों का फेवरेट इवनिंग स्नैक है. यही वजह है कि कॉलेज कैंपस के बाहर हो, ऑफिस के बाहर और गलियों में इसके स्टॉल दिख ही जाते हैं. वैसे तो ये कोलकाता, पश्चिम बंगाल के फेमस स्ट्रीट फूड्स में से एक हैं पर आज भारत में भी हर शहर में ये आसानी से मिल जाता है. ये वेज और नॉन वेज दोनों ही तरीके से बनाया जाता है जो इसे लोगों के बीच और लोकप्रिय बना रहा है. इसे मैदा के पराठे के अंदर सब्जी, फिश या मीट की फिलिंग करके बनाया जाता है.
इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें पुदीने की चटनी को भी डाला जाता है. ये स्वाद में लाजवाब होता है और आपकी क्रविंग्स को भी कम करता है. पर क्या आप जानते हैं कि कैसे ये भारत का लोकप्रिय नाश्ता बन गया? डिटेल में समझते है कि काठी रोल भारतीयों का फेमस स्ट्रीट फूड कैसे बना?
काठी रोल का इतिहास
काठी रोल एक ऐसा स्ट्रीट फू़ड है जो किफायती होने के साथ-साथ आपके पेट को भरने के लिए परफेक्ट है. काठी रोल के इतिहास की बात की जाए तो कोलकाता के एस्प्लेनेड के हॉग मार्केट क्षेत्र में एक निज़ाम नाम की छोटी सी दुकान पर ये मिलता था. इसे सन् 1932 में रजा हसन साहब ने इस दुकान में कबाब और पराठे को अलग-अलग तरीके से बेचा था. इसका स्वाद चखने के लिए बड़ी दूर-दूर से लोग आते थे.
इसके अलावा, निज़ाम अपने कबाबों को भूनने के लिए भारी लोहे की कटार का उपयोग कर रहे थे, जो मांग बढ़ने के साथ एक समस्या बन गई. जब ऑर्ड्स की डिमांड बढ़ी तो उन्होंने कबाब को पकाने के तरीके में बदलाव किया. वे मांस को बांस की कटार या ‘काठी’ (छड़ी के लिए बंगाली शब्द) पर भूनने लगे. जिससे ग्राहकों को जल्दी से कबाब खाने को मिल जाए. तभी से इसका नाम काठी रोल पड़ गया और आज ये पूरे भारत में फेमस है.
कोलकाता से पहले मंबई में किस नाम से जाना गया काठी रोल
काठी रोल के कोलकाता शहर में आने से पहले मुंबई में फ्रेंकी नाम की एक डिश मिलती थी. धीरे-धीरे कोलकाता में बिकने वाला ये काठी रोल कब भारत का फेमस स्ट्रीट फूड बन गया पता ही नहीं चला. 1971 में स्थापित पार्क स्ट्रीट पर कुसुम रोल ने काठी रोल की फिलिंग में पनीर के इस्तेमाल को लोकप्रिय बनाया, जबकि सड़क के किनारे हॉट काठी रोल ने अधिक स्वादिष्ट भोजन के लिए डीप फ्राइड पराठों के साथ रैप पेश किया.
कोलकाता में आज भी दुर्गा पूजा के पंडालों में मिठाई के साथ-साथ काठी रोल के स्टॉल्स भी लगते हैं जहां पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ होती है. स्कूल और कॉलेज के बाहर भी इसे लोग बेचते हैं और बच्चें बहुत चॉव के साथ इसे खाना पसंद भी करते हैं. कोलकाता ही नहीं आज भारत के कई हिस्सों में काठी रोल मिलता है. ये स्ट्रीट फूड तो हैं ही पर अब इसे बड़े-बड़े 5 स्टार रेस्टोरेंट्स तक में अपनी जगह बना ली है.